उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के अफजलगढ़ क्षेत्र में दो सहेलियों द्वारा एक-दूसरे से विवाह करने की जिद ने समाज में एक नई बहस को जन्म दिया है दोनों युवतियों ने पारंपरिक सामाजिक मान्यताओं को चुनौती देते हुए अपने प्रेम संबंध को विवाह में बदलने का निर्णय लिया। जब उनके परिवारों ने इस संबंध को स्वीकार नहीं किया, तो उन्होंने घर छोड़ दिया और पुलिस से विवाह की अनुमति मांगी। चूंकि दोनों बालिग थीं, पुलिस ने उन्हें रोकने से इनकार कर दिया और वे लिव-इन संबंध में रहने लगीं । हालांकि, इस निर्णय से उनके परिवारों में असंतोष फैल गया। एक युवती की मां ने थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई ।
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के अफजलगढ़ क्षेत्र में एक महिला, जिनके पति का निधन पहले ही हो चुका था, ने अपनी दो बेटियों की परवरिश की। बड़ी बेटी को उन्होंने बेटे की तरह पाला, जिससे उसका रहन-सहन भी वैसा ही हो गया। परिवार की जिम्मेदारियों को निभाने के लिए उसने पेट्रोल पंप पर काम किया और ई-रिक्शा चलाकर अपनी मां और छोटी बहन का भरण-पोषण किया।इस दौरान, उसकी एक सहेली के साथ गहरी मित्रता हो गई, जो समय के साथ प्रेम संबंध में बदल गई। दोनों ने साथ जीवन बिताने का निर्णय लिया और तीन दिन पहले अफजलगढ़ थाने पहुंचकर शादी की अनुमति मांगी।
दोनों लड़कियों के बालिग होने के चलते पुलिस ने दोनों को साथ जाने से नहीं रोका। दोनों लिव इन में रह रही हैं। अब युवती की मां ने अफजलगढ़ थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है। एसओ अफजलगढ़ सुमित राठी ने मामले की जानकारी होने से इंकार किया है। मां ने गुमशुदगी की तहरीर दी है जिसके आधार पर पुलिस जांच करेगी। हालांकि लड़कियों का कहना है कि वो एक-दूसरे से प्यार करती हैं और शादी करना चाहती हैं इसलिए दोनों साथ रह रही है। दोनों के घर वालों ने इससे इनकार किया है।
