Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) जहां एक तरफ कांवड़ यात्रा को लेकर 350 स्पेशल बसें चलाने के दावे कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ हकीकत इससे बिल्कुल उलट नजर आ रही है। गाजियाबाद रीजन के साहिबाबाद और कौशांबी डिपो की वर्कशॉप में इस समय 40 से अधिक रोडवेज बसें मरम्मत के इंतजार में धूल फांक रही हैं। अगर समय रहते इन बसों की मरम्मत नहीं हुई, तो 11 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के दौरान यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
लाखों यात्रियों के लिए संकट
Ghaziabad News: गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, लोनी, सिकंदराबाद और खुर्जा जैसे डिपो से हर रोज करीब एक लाख यात्री यात्रा करते हैं। इनमें से बड़ी संख्या में लोग हरिद्वार, ऋषिकेश और अन्य धार्मिक स्थलों की ओर रवाना होते हैं। वर्कशॉप में बसें खड़ी रहने के कारण न केवल यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है, बल्कि निगम को भी रोजाना लाखों रुपये की राजस्व हानि हो रही है।
बैठकों के बावजूद हालात जस के तस
Ghaziabad News: हाल ही में परिवहन निगम मुख्यालय स्तर पर हुई बैठक में क्षेत्रीय और सेवा प्रबंधकों को निर्देश दिए गए थे कि वे कांवड़ यात्रा से पहले सभी खराब बसों की मरम्मत कराएं और उन्हें संबंधित रूटों पर चलाएं। लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद भी स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ है।
10 से ज्यादा रूट प्रभावित
Ghaziabad News: वर्कशॉप में खराब खड़ी बसों के चलते मैनपुरी, आजमगढ़, सोनौली, कानपुर, एटा, अलीगढ़, चंदौसी समेत 10 से अधिक रूट पर यात्रियों को समय पर बसें नहीं मिल पा रही हैं। कई बार यात्रियों को दो-दो घंटे तक डिपो में इंतजार करना पड़ता है।
कौशांबी और साहिबाबाद में सबसे खराब हालात
Ghaziabad News: रविवार को किए गए निरीक्षण में सामने आया कि कौशांबी डिपो में करीब 15 और साहिबाबाद डिपो में 25 से अधिक बसें मरम्मत के लिए खड़ी थीं। इसके कारण जिन रूटों की बसें उपलब्ध हैं, उनका फ्रीक्वेंसी भी प्रभावित हो रही है। जो बस पहले हर 30 मिनट में चलती थी, अब वह 1 से 1.5 घंटे के अंतराल पर भेजी जा रही है।
कांवड़ यात्रा के लिए ‘नॉन स्टॉप’ सेवा पर भी सवाल
Ghaziabad News: परिवहन निगम ने दावा किया है कि कांवड़ यात्रा के दौरान गाजियाबाद से हरिद्वार और ऋषिकेश के लिए 24 घंटे स्पेशल नॉन स्टॉप बसें चलाई जाएंगी। इसके लिए कई डिपो की बसों को आरक्षित भी कर दिया गया है। लेकिन जब मौजूदा समय में ही यात्रियों को सामान्य बस सेवा में दिक्कत हो रही है, तो नॉन स्टॉप सेवा की कार्यक्षमता पर सवाल उठना लाजिमी है।
प्रशासनिक उदासीनता से बढ़ सकता है संकट
Ghaziabad News: स्थिति यह है कि अगर समय रहते इन बसों का मेंटेनेंस नहीं हुआ तो ‘भोले’ के भक्तों को वैकल्पिक साधनों का सहारा लेना पड़ेगा। इससे न केवल सरकारी तंत्र की किरकिरी होगी बल्कि यात्रियों की श्रद्धा यात्रा भी बाधित हो सकती है।
