Pratik Grand City: गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार स्थित प्रतीक ग्रैंड सिटी सोसायटी के निवासियों ने रविवार को बिल्डर की लापरवाही और बुनियादी सुविधाओं की बदहाल स्थिति के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। निवासियों का आरोप है कि खुदाई के कारण बेसमेंट में गंदा और बदबूदार पानी भर गया था, और 18 दिन बीत जाने के बाद भी सिल्ट पूरी तरह से साफ नहीं की गई है। इससे पार्किंग में समस्या और वातावरण में दुर्गंध बनी हुई है ।
स्थानीय निवासियों ने अवैध रूप से जारी किए गए पानी के बिल, सीवेज की समस्या, पार्किंग अव्यवस्था और घटिया मेंटेनेंस को लेकर नाराजगी जताई है। लोगों का कहना है कि सोसायटी प्रबंधन ने 27 महीने के पानी का बिल भेज दिया है, जिससे वे बीमारियों के डर से बाहर से पानी खरीदने को मजबूर हो गए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे मेंटेनेंस और मूलभूत सुविधाओं की कमी से परेशान हैं और बार-बार शिकायत करने के बावजूद बिल्डर द्वारा कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं प्रतीक ग्रुप प्रबंधन के मीडिया प्रभारी ने बताया कि प्रत्येक फ्लेट पर 250 रुपये प्रति माह का जल शुल्क उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद द्वारा निर्धारित किया गया है।
कुछ निवासी इसका विरोध कर रहे हैं। अन्य शुल्क न देकर सभी सुविधाएं चाहते हैं। बेसमेंट में पानी भरने की घटना की जांच डीएम कर रहे हैं। बिल्डर और प्रशासन के प्रयास से स्थिति सामान्य हो चुकी है। सभी लिफ्ट चालू हैं और जल गुणवत्ता की जांच हो रही है। नगर निगम द्वारा बेसमेंट में सैनिटाइजेशन हो चुका है।
