Punjab News : पंजाब में एक ऐसा गांव हैं जहां लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं. दरअसल संगरूर के गांव सारों में ग्रामीणों की सुबह की शुरुआत पानी की लाइन में खड़े होने से होती है। गांव के लोग पिछले 15 दिनों से पीने के पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। पहले तो जलापूर्ति विभाग की टंकी खराब होने के कारण गांव में गंदा पानी आ रहा था, अब पिछले 15 दिनों से पानी की सप्लाई पूरी तरह से बंद है। लोग परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं। बेशक गांव का ही एक नौजवान पानी का टैंकर लाकर लोगों को पानी मुहैया करवा रहा है, लेकिन समस्या हल नहीं हो पा रही है।
गांव की महिला कमलेश रानी, कमलजीत कौर, बलविंदर कौर, बरखा ने बताया कि वह बाल्टी से पानी भरकर घर ले जाते हैं, लेकिन 15 दिन हो गए पशु प्यासे मर रहे हैं। पहले गांव में दूषित पानी सप्लाई हो रहा था, लेकिन अब तो सप्लाई ही बंद पडी हुई है। सुबह लाइन में खड़े होने से लेकर पानी भरने तक पूरा समय गुजर जाता है। फिर उन्हें मजदूरी के लिए खेतों में जाना पड़ता है। शाम को फिर यही समस्या होती है।सुबह टैंकर आने का इंतजार कर रहीं कुछ बुजुर्ग महिलाओं ने बताया कि यह टैंकर गांव का ही एक किसान लेकर आता है, जो प्रतिदिन अपने ट्रैक्टर से टैंकर भरकर लोगों तक पानी पहुंचा रहा है। गांव के युवा हरविंदर सिंह, बलविंदर सिंह, मेहर सिंह ने कहा कि जल सप्लाई विभाग को जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि पानी के टैंकरों की यह अस्थाई व्यवस्था पूर्ण समाधान में बदल सके।
Punjab News : गांव में सुबह-शाम टैंकर के जरिए की जा रही है पानी की आपूर्ति
पानी की निस्वार्थ सेवा दे रहे युवा किसान गुरविंदर सिंह ने बताया कि वह गांव में दिन में दो बार पानी का टैंकर लेकर आता है। अपने गांव के लोगों की मदद के लिए यह सेवा कर रहा है। गांव के सरकारी जलापूर्ति विभाग की पानी की टंकी के बोरवेल में तकनीकी खराबी आने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। फिलहाल स्थिति यह है कि लोगों को पानी के लिए टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। उनका एक ही प्रयास रहेगा कि जब तक यह समस्या हल नहीं हो जाती, सेवा निरंतर जारी रहेगी।
Punjab News : जल संकट के समाधान की प्रक्रिया शुरू, जल्द बहाल होगी सप्लाई: एसडीओ
जलापूर्ति विभाग के एसडीओ दीपेश गोयल ने कहा कि बोर टूटा हुआ था, जिसके कारण पानी में मिट्टी आ गई थी। अब नया ट्यूबवेल लगाया जा रहा है। एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। टेंडर प्रक्रिया के बाद जल्द ही काम शुरू करवा दिया जाएगा व पानी उपलब्ध करवाया जाएगा। इससे पहले पंचायत के माध्यम से संबंधित बीडीपीओ को एस्टीमेट बनाकर भेजा गया है, ताकि जल्द से जल्द पेयजल समस्या का समाधान हो सके।
