Plane Crash : क्या पक्षी टकराने से हुआ क्रैश या थी तकनीकी गड़बड़ी?
गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को उस वक्त हाहाकार मच गया जब एयर इंडिया का एक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए रवाना हुआ था और इसमें 242 यात्री सवार थे। टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद विमान एक रिहायशी इलाके में स्थित मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिर गया, जहां छात्र लंच कर रहे थे। आग और धमाके से इलाका थर्रा उठा और कई घरों में तबाही फैल गई। इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी सहित 265 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा गया कि विमान उड़ान भरने के बाद अचानक नीचे आता है और एक विशाल आग का गोला आसमान में उठता है। इस भीषण हादसे ने देश को झकझोर कर रख दिया है, और अब विमान दुर्घटना को लेकर विशेषज्ञों द्वारा तीन बड़ी थ्योरी सामने रखी जा रही हैं।
Plane Crash : क्या हैं विशेषज्ञ की राय ?
इस दर्दनाक हादसे के बाद जांच एजेंसियां हर पहलू की गहराई से जांच कर रही हैं। सबसे पहली थ्योरी यह है कि विमान का लैंडिंग गियर टेकऑफ के बाद भी बंद नहीं हुआ था, जो तकनीकी गड़बड़ी का संकेत देता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सामान्य रूप से विमान के उड़ान भरते ही लैंडिंग गियर को ऊपर कर लिया जाता है, लेकिन वायरल वीडियो में साफ दिखता है कि यह नीचे ही था। अमेरिकी एयरोस्पेस सुरक्षा सलाहकार एंथनी ब्रिकहाउस ने इसे “असामान्य स्थिति” बताया और कहा कि इस तरह की गड़बड़ी विमान के संतुलन और इंजन प्रदर्शन पर असर डालती है। माना जा रहा है कि पायलट को समस्या का अंदेशा हो गया था और उन्होंने ‘मेडे कॉल’ के ज़रिए चेतावनी दी थी, लेकिन कुछ ही पलों में नियंत्रण पूरी तरह खत्म हो गया और विमान आबादी वाले क्षेत्र में गिर गया।
दूसरी प्रमुख थ्योरी इंजन फेल होने को लेकर है। उड्डयन विशेषज्ञों का मानना है कि विमान के दोनों इंजनों ने टेकऑफ के दौरान पावर लॉस किया, जिसकी वजह से विमान हवा में स्थिर नहीं रह सका और कुछ ही पलों में नीचे गिर गया। अगर एक इंजन भी सामान्य ढंग से काम करता तो पायलट विमान को आबादी से दूर खुले इलाके की ओर मोड़ सकता था। यह पहली बार है जब 625 फुट की ऊंचाई पर एक ड्रीमलाइनर के दोनों इंजन बंद हो गए। कुछ रिपोर्ट्स में पक्षी टकराने की भी आशंका जताई गई है, हालांकि इसके लिए बड़ा पक्षी या पक्षियों का झुंड होना आवश्यक होता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि एक इंजन पक्षी टकराने से बंद हुआ हो सकता है और दूसरा तकनीकी कारणों से पावर लॉस कर गया। ऐसे में पायलट के पास कोई विकल्प नहीं बचा और दुर्घटना टालना असंभव हो गया। रिटायर्ड एयर कमोडोर बीएस सिवाच के अनुसार, ड्रीमलाइनर एक आधुनिक विमान है और उड़ान से पहले उसकी तकनीकी जांच की जाती है। हालांकि, जिस गति से विमान नीचे गिरा, वह यह स्पष्ट करता है कि दोनों इंजन काम नहीं कर रहे थे और स्पीड बहुत कम थी।
इस हादसे के बाद पूरे देश में शोक की लहर है। एयरपोर्ट अथॉरिटी और बोइंग कंपनी ने संयुक्त जांच की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। यह दुर्घटना सिर्फ एक तकनीकी विफलता नहीं, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था पर भी एक बड़ा सवाल है। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि जांच एजेंसियां इन थ्योरीज़ की पुष्टि करती हैं या कुछ और नया सामने आता है। फिलहाल अहमदाबाद की पुलिस, डीजीसीए और बोइंग विशेषज्ञ घटनास्थल पर मौजूद हैं और ब्लैक बॉक्स के ज़रिए पूरे हादसे की कड़ियों को जोड़ने में जुटे हुए हैं।
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