Pahalgam Terror Attack : पठानकोट के पास पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने पंजाब के बठिंडा कैंट से एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया है। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान सुनील कुमार (उम्र 26 वर्ष) के रूप में हुई है, जो मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है और पिछले कई वर्षों से बठिंडा कैंट में मोची का काम कर रहा था।
Pahalgam Terror Attack : पाकिस्तानी लिंक की आशंका
सेना द्वारा संदेह के आधार पर पकड़े जाने के बाद सुनील को पंजाब पुलिस के कैंट थाने को सौंप दिया गया। जांच के दौरान सुनील के मोबाइल फोन से एक महिला के साथ संदिग्ध चैटिंग बरामद हुई है, जिसके बारे में आशंका जताई जा रही है कि वह पाकिस्तान से हो सकती है। प्रारंभिक स्तर पर यह हनीट्रैप का मामला प्रतीत हो रहा है, हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 52 के तहत उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। यह धारा राष्ट्र विरोधी साजिशों से संबंधित है।
Pahalgam Terror Attack : SP ने दी क्या जानकारी ?
बठिंडा के SP (सिटी) नरिंदर सिंह ने बयान जारी कर कहा, सोशल मीडिया पर जासूसी की खबरें चल रही हैं, लेकिन फिलहाल जांच में ऐसा कुछ स्पष्ट रूप से सामने नहीं आया है। हमें सूचना मिली थी कि कैंट में काम कर रहे एक मोची के मोबाइल से संदिग्ध चैट्स मिली हैं। हमने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मोबाइल डेटा की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि सुनील ने किस प्रकार की सूचनाएं साझा कीं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि संदिग्ध महिला के नाम से चैट करने वाला व्यक्ति शायद असली महिला न होकर कोई साइबर ठग या जासूसी नेटवर्क का हिस्सा भी हो सकता है।
Pahalgam Terror Attack : कई वर्षों से कैंट क्षेत्र में कर रहा था काम
सुनील कुमार पिछले 12-13 वर्षों से बठिंडा कैंट स्थित धोबियाना बस्ती में रह रहा था और वहीं पर अपने भाई और मामा के साथ मोची का काम कर रहा था। पुलिस का कहना है कि उसने 2017 से कैंट इलाके में प्राइवेट तौर पर काम शुरू किया था। फिलहाल पुलिस ने सुनील को न तो क्लीन चिट दी है और न ही उसके खिलाफ कोई अंतिम निष्कर्ष निकाला है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जासूसी जैसे गंभीर आरोपों की पुष्टि तथ्यों और तकनीकी जांच के आधार पर ही की जाएगी।
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