Noida News : नोएडा साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो डिजिटल अरेस्ट के जरिए ठगी करने वाले गिरोह को बैंक खाते मुहैया कराता था। आरोपी के बैंक खाते में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई थी, जिससे गिरोह के ठगी के मामले में अहम जानकारी सामने आई है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब आरोपी के अन्य सहयोगियों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
Noida News : ये था ठगी करने का तरीका
मामले में जानकारी देते हुए डीसीपी साइबर प्रीति यादव ने बताया कि 18 मार्च 2025 को एक व्यक्ति ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दी थी। शिकायत में पीड़ित ने बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें मानव तस्करी के आरोप में डिजिटल अरेस्ट कर लिया। आरोपियों ने पुलिस अधिकारी बनकर पीड़ित से पूछताछ की और उसे विश्वास में लेकर 2 करोड़ 39 लाख 16 हजार 700 रुपए विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर करवा लिए। ठगों ने यह आश्वासन भी दिया था कि जांच के बाद पूरी रकम वापस कर दी जाएगी।
Noida News : ठगी की रकम मथुरा के पुष्पेंद्र के खाते में आई
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि ठगी की कुछ रकम मथुरा के नोझील निवासी पुष्पेंद्र के खाते में ट्रांसफर हुई थी। बुधवार को उसे उसके घर से गिरफ्तार किया गया। पुष्पेंद्र के खाते में 6 लाख 30 हजार 494 रुपए आए थे, जिसे उसने अपने साथियों के साथ मिलकर बांट लिया था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम देता था। उसने यह भी बताया कि वह अपने गांव और आसपास के भोले-भाले लोगों के बैंक खातों का इस्तेमाल कर ठगी की रकम मंगवाता था।
पुष्पेंद्र ने पूछताछ में अपने अन्य सहयोगियों के नाम भी उजागर किए हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है और जल्द ही उन पर कार्रवाई की जाएगी। जांच के दौरान ठगी में इस्तेमाल किए गए खातों को एनसीआरपी पोर्टल पर चेक किया गया, जहां उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी इसी प्रकार की ठगी की शिकायतें दर्ज मिलीं। अब तक, ठगी की रकम में से 6 लाख 72 हजार 237 रुपए को पुलिस ने पहले ही फ्रीज कर दिया है। मामले की जांच आगे भी जारी है, और पुलिस अन्य आरोपियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने की दिशा में काम कर रही है।
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