Muzaffarnagar News : मुजफ्फरनगर जिले के शिव चौक पर बीते 40 वर्षों से फूल और माला बेचते आ रहे एक परिवार के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। इस पारंपरिक पेशे को वर्तमान में संभाल रहे समीर का आरोप है कि कुछ लोग उन्हें उनके धर्म और नाम के आधार पर काम करने से रोक रहे हैं। समीर के अनुसार, उनके दादा और पिता चार दशकों से पूजा-पाठ में इस्तेमाल होने वाले फूलों की बिक्री साइकिल के जरिए करते आए हैं। अब वे इस पारिवारिक व्यवसाय को आगे बढ़ा रहे हैं, लेकिन हाल ही में उन्हें कुछ स्थानीय लोगों की ओर से दुकान न लगाने की धमकियाँ मिल रही हैं।
Muzaffarnagar News : सामाजिक संस्था आई समर्थन में
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक सामाजिक संस्था समीर के समर्थन में सामने आई है। संस्था ने इस मामले की जानकारी पुलिस को भी दी है और स्पष्ट किया है कि रोजगार के नाम पर किसी प्रकार का भेदभाव संविधान के मूल सिद्धांतों के विरुद्ध है। संस्था का कहना है कि यदि अतिक्रमण एक मुद्दा है, तो प्रशासन को पूरे क्षेत्र में समान रूप से कार्रवाई करनी चाहिए, न कि किसी एक व्यक्ति को टारगेट किया जाए। किसी भी मेहनतकश व्यक्ति को सिर्फ नाम या धर्म के आधार पर काम करने से रोकना न केवल असंवैधानिक है, बल्कि अमानवीय भी है।
Muzaffarnagar News : शांतिपूर्ण धरने की दी चेतावनी
संस्था ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि समीर या उनके परिवार को जबरन रोजगार से हटाने की कोशिश की गई, तो वे अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर शिव चौक पर शांतिपूर्ण धरना देंगे। साथ ही प्रशासन से मांग की गई है कि पीड़ित की बात सुनी जाए, उन्हें सुरक्षा दी जाए और उनका पारंपरिक व्यवसाय बेरोकटोक चलने दिया जाए।
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