Ghaziabad News : गाजियाबाद जिले के लोनी क्षेत्र से विधायक नंद किशोर गुर्जर एक बार भी सुर्खियों में आ गए है। वजह है विधायक और पुलिस के बीच हुई धक्का-मुक्की। जिसमें विधायक के कपड़े फट गए। धक्का-मुक्की से जुड़े वीडियो भी सामने आए है जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे है।
Ghaziabad News : अब पढ़े मामला
दरअसल, बॉर्डर थाना क्षेत्र के संगम विहार कॉलोनी में नंदकिशोर गुर्जर के नेतृत्व में कलश यात्रा निकाली जा रही थी। लेकिन यात्रा के लिए परमिशन नहीं ली गई। जिसके बाद पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो हंगामा हो गया। भाजपा विधायक और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई शुरू हो गई और गुस्साए विधायक अपने समर्थकों के साथ सड़क पर बैठ गए। विधायक का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनका कुर्ता फाड़ा है। जबकि लोनी बॉर्डर थाना प्रभारी हरेंद्र मलिक ने अभद्रता का आरोप लगाया है।
Ghaziabad News : विधायक की चीफ सेक्रेटरी और कमिश्नर को चुनौती
सोशल मीडिया पर विधायक नंद किशोर गुर्जर का एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वह कथा के मंच से कहते दिख रहे है कि मैं यूपी पुलिस को खुली चुनौती दे रहा हूं। 28 तारीख तक कथा में रहूंगा। इसके बाद या तो अधिकारी होंगे या मैं खुद। अगर सीएम योगी ने चीफ सेक्रेटरी और कमिश्नर को जेल नहीं भेजा तो अन्न और जल नहीं लूंगा। जमीन पर सोएंगे, फटे कपड़ों में रहेंगे, चाहे जान चली जाए। 28 तारीख के बाद लखनऊ जाकर चीफ सेक्रेटरी ऑफिस के बाहर अपने प्राण त्याग दूंगा। 28 मार्च के बाद तय कर लेना। समय चीफ सेक्रेटरी का होगा। हमें मुख्यमंत्री योगी जी ने कहा था कि तुम्हे बोलना नहीं है। लोनी बार्डर थाने में पैसे लेकर हमारे कार्यकर्ता को पैसे लेकर छोड़ा। मैं बोला नहीं। लेकिन, कब तक चुप रहेंगे?
हमारी कार्यकर्ता सरिता चौधरी को पैसे लेकर छोड़ा, आखिर हम कब तक चुप रहेंगे। एसडीएम, एसीपी लोनी को हमने ज्ञापन दिया। इंस्पेक्टर ने शराब पी रखी थी। एसीपी लोनी शराब के नशे में धुत था। इंस्पेक्टर बार्डर भी शराब के नशे में था। हमारी बहनों को भी धक्के मारने का प्रयास किया गया।
गुस्साए विधायक ने ये तक कह दिया कि अगर चीफ सेक्रेटरी की मां ने दूध पिलाया है, तो नमाज रोककर देखकर दिखा दें। कायरों गाय कटवाने वालों, चीफ सेक्रेटरी ने 20 करोड़ रुपए लिए। 8 दिन तक किसी के साथ अन्याय नहीं होगा।
Ghaziabad News : पुलिस मामले में क्या कहती है ?
उधर, इस मामले में सहायक पुलिस आयुक्त अंकुर विहार का कहना है कि 20 मार्च को बिना अनुमति के जुलूस निकाला गया। थाना प्रभारी लोनी बॉर्डर हितेश गुर्जर ने मोबाइल पर दो बार और उनके एक समर्थक के मोबाइल पर तीन बार कॉल की। लेकिन, फोन नहीं उठाया गया। विधायक नंद किशोर गुर्जर ने न तो अनुमति ली और न ही कोई आवेदन किया। इस दौरान उन्होंने जबरन जुलूस निकाला। पुलिस ने उनको रोकना चाहा। इस वजह से धक्का मुक्की हुई। मामले में कार्रवाई की जा रही है।
