Ghaziabad News : मोबाइल छोड़ योग को बनाया दोस्त, अब करता है कठिन आसन
गाजियाबाद के वैशाली का रहने वाला सात वर्षीय दक्ष बिंदल आज बच्चों के लिए एक प्रेरणा बनता जा रहा है। योग को जीवन का हिस्सा बनाए हुए उसे मात्र दो साल हुए हैं, लेकिन इतने कम समय में दक्ष ने योग के कई कठिन और एडवांस आसनों में महारत हासिल कर ली है। योग को लेकर उसकी लगन और अनुशासन को देखकर बड़े भी हैरान रह जाते हैं। दक्ष की मां स्मृति बिंदल बताती हैं कि बेटे की रुचि शुरू से ही शारीरिक गतिविधियों में थी, लेकिन दो साल पहले जब उन्होंने उसे योग की दिशा में प्रेरित किया, तो उसकी लगन और समर्पण ने उन्हें भी चौंका दिया।
Ghaziabad News : दक्ष बिंदल की मिसाल: बचपन में ही साध लिया योग का संतुलन
दक्ष अब रोज़ाना अभ्यास करता है और वह कठिन से कठिन योग आसनों जैसे वृक्षासन, शीर्षासन और नौकासन को बड़ी सहजता से करता है। योग ने उसके शरीर को लचीला ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बना दिया है। स्मृति बिंदल का मानना है कि अगर बच्चों को मोबाइल की लत से दूर रखना है और उनका ध्यान केंद्रित करना है, तो उन्हें हर दिन कम से कम एक घंटे का योग अभ्यास जरूर करवाना चाहिए। योग बच्चों में संयम, अनुशासन और मानसिक स्पष्टता लाता है, जो आज की पीढ़ी के लिए बेहद आवश्यक है।
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