Meerut News : जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने शुक्रवार को मेरठ में एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा कि वे एक नागरिक के रूप में सेना की सेवा के लिए सदैव तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि यदि देश को आवश्यकता पड़ी, तो वे हरसंभव योगदान देने के लिए तैयार हैं। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बताया कि उन्होंने अपने छात्र जीवन में एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) कैंप के माध्यम से सेना से जुड़ी विभिन्न जानकारियाँ प्राप्त की हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की एकता और अखंडता सर्वोपरि है और उसी भावना से प्रेरित होकर उन्होंने आने वाले दो महीनों के सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है।
Meerut News : देश पहले, बाकी सब बाद में
शंकराचार्य ने कहा कि इस समय देश के साथ खड़े होने की आवश्यकता है, न कि व्यक्तिगत आयोजनों में व्यस्त रहने की। इसलिए मैंने दो माह के सभी धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों को स्थगित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने आगे कहा कि यह समय देश को एकजुट होकर सेना और सरकार का मनोबल बढ़ाने का है। शंकराचार्य ने यह भी घोषणा की कि इस अवधि में उनके मठ में भारत की विजय और शत्रुओं की पराजय के लिए विशेष धार्मिक अनुष्ठान और यज्ञ आयोजित किए जाएंगे।
Meerut News : धार्मिक नेतृत्व की देशभक्ति से प्रेरणा
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के इस निर्णय को व्यापक समर्थन मिल रहा है। उन्होंने न केवल अपने अनुयायियों को देशप्रेम की प्रेरणा दी है, बल्कि यह संदेश भी दिया है कि राष्ट्रसेवा केवल सीमा पर जाकर नहीं, बल्कि हर स्तर पर संभव है।
यह भी पढ़े…
