Meerut News : 20 जनवरी को शामली में मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार के परिवार को उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार ने शुक्रवार को 1.80 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता का चेक सौंपा। सुनील कुमार ने कग्गा गैंग के चार कुख्यात अपराधियों से मुठभेड़ के दौरान वीरगति पाई थी। उनकी शहादत को सम्मान देते हुए पुलिस विभाग ने परिवार को आर्थिक मदद प्रदान की है।
Meerut News : शामली मुठभेड़ में घायल हुए थे सुनील कुमार
गौरतलब है कि 20 जनवरी 2025 की रात STF को सूचना मिली थी कि कग्गा गैंग के बदमाश किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। इंस्पेक्टर सुनील कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने चौसाना रोड पर घेराबंदी की। करीब 2 बजे हरियाणा से आ रही एक सफेद ब्रेजा कार को रोकने की कोशिश की गई, लेकिन बदमाश भागने लगे। उदपुर भट्टे के पास हुई मुठभेड़ में इंस्पेक्टर सुनील कुमार को पेट में दो गोलियां लगीं। उन्हें गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 36 घंटे बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। जबकि इस एनकाउंटर में चार कुख्यात अपराधी – अरशद (सहारनपुर), सतीश (सोनीपत), मंजीत उर्फ ढिल्ला और मनबीर (दोनों करनाल निवासी) मारे गए।
Meerut News : कौन थे सुनील कुमार ?
सुनील कुमार, मेरठ जिले के मसूरी गांव (इंचौली) के निवासी थे। वे 1990 में सिपाही के रूप में उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए थे। 1997 में उन्होंने मानेसर (हरियाणा) में कमांडो कोर्स किया और 2009 से STF में कार्यरत थे। उनका 2002 में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर प्रमोशन, 2008 में पुलिस मुठभेड़ में उमर केवट को मार गिराया, 2011 में आउट-ऑफ-टर्न प्रमोशन प्राप्त और 2020 में दलनायक के पद पर पदोन्नत हुआ था। उन्होंने अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया, अनिल दुजाना, अनिल उर्फ मटका, आदेश बालियान जैसे खतरनाक अपराधियों के खिलाफ मुठभेड़ में सक्रिय भूमिका निभाई थी।
