Meerut News : मवाना थाना क्षेत्र में पुलिस और स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में एक नकली करेंसी गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इस गिरोह का संचालन कोई आम अपराधी नहीं, बल्कि गाजियाबाद के भोजपुर थाने में तैनात एक सिपाही इमरान कर रहा था। पुलिस ने मौके से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि गिरोह के तीन सदस्य अभी भी फरार हैं।
Meerut News : पुलिसवाले ने बनाया ठगी को ‘प्रोफेशन’
गिरफ्तार सिपाही इमरान इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। वह अपने साथियों के साथ मिलकर असली नोटों की गड्डियों में बीच-बीच में नकली नोट लगाकर उन्हें बाजार में खपा रहा था। इससे आम जनता को भ्रमित कर ठगी की जा रही थी। पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ मवाना थाने में एफआईआर दर्ज कर ली है।
Meerut News : गिरफ्तार आरोपियों के नाम
संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों में सिपाही इमरान, तैनात: भोजपुर थाना, गाजियाबाद, वसीम, निवासी: मवाना, सलीम, निवासी: भावनपुर, और हासिम, निवासी: मवाना शामिल है। जबकि अब भी तीन आरोपी अतीकुर्रहमान, जावेद उर्फ सरफराज, और मोहसिन उर्फ मुनज्जिर फरार हैं। इनमें से जावेद के खिलाफ नौचंदी और शामली के थानों में आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हैं।
Meerut News : बरामद हुई नकली करेंसी और हथियार
पुलिस ने आरोपियों के पास से भारी मात्रा में नकली करेंसी और अन्य सामान बरामद किया है। जिसमें 18 गड्डियों में ₹18,000 के नकली नोट (100-100 के नोट: ऊपर-नीचे असली, बीच में नकली) 19 गड्डियों में ₹7,600 के नकली नोट (200-200 के नोट: ऊपर-नीचे असली, बीच में नकली), एक मोटरसाइकिल, एक विटारा ब्रेजा कार, एक तमंचा (315 बोर), पांच जिंदा कारतूस, एक लाइटर पिस्टल और पांच मोबाइल फोन है।
