Manmohan Singh Death News : देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का बीते दिन गुरुवार रात 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। जिन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए देश भर के तमाम दिग्गज उनके घर पहुंच रहे है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह से लेकर तमाम नेताओं ने उन्हें श्रदांजलि दी है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह का निधन राष्ट्र के लिए बड़ी क्षति है। डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन हमेशा यह सबक देगा कि कैसे कोई व्यक्ति अभाव और संघर्ष से ऊपर उठकर सफलता प्राप्त कर सकता है।
Manmohan Singh Death News : वह एक प्रतिष्ठित सांसद थे
PM मोदी ने कहा कि विभाजन के उस दौर में बहुत कुछ खोकर भारत आना और यहां जीवन के हर क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करना ये सामान्य बात नहीं है। डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन उनकी ईमानदारी, सादगी का प्रतिबिंब था। वह एक प्रतिष्ठित सांसद थे। एक नेक इंसान के रूप में, एक विद्वान अर्थशास्त्री के रूप में रिफॉर्म्स के प्रति एक समर्पित लीडर के रूप में, उन्हें याद हमेशा किया जाएगा। एक अर्थशास्त्री के रूप में उन्होंने अलग-अलग स्तर पर भारत सरकार में अनेक सेवाएं दी हैं। एक चुनौतीपूर्ण समय में उन्होंने रिजर्व बैंक के की भूमिका निभाई। पूर्व पीएम भारत रत्न नरसिम्हा राव के कार्यकाल के दौरान वित्त मंत्री रहते हुए उन्होंने वित्तीय संकट से घिरे देश को एक नई अर्थव्यवस्था के मार्ग पर प्रशस्त किया। प्रधानमंत्री के रूप में देश के विकास और प्रगति में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा की डॉ. मनमोहन ने दलगत राजनीति से उठकर उन्होंने हमेशा हर के व्यक्ति से संपर्क रखा। सबके लिए सहज उपलब्ध रहे। जब मैं सीएम था, तब डॉ. सिंह के साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विषयों पर खुले मन से चर्चा होती थी। यहां दिल्ली आने के बाद मेरी उनसे समय-समय पर बात और मुलाकात होती थी. मुझे उनके साथ हुई मुलाकातें, देश को लेकर हुई चर्चाएं हमेशा याद रहेगी। अभी जब उनका जन्मदिन था तब भी मैंने उनके बात की। मैं उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। जनता के प्रति देश के विकास प्रति उनका जो कमिटमेंट था, उसे हमेशा एक सम्मान के नजरिए से देखा जाएगा। उनका जीवन, उनकी ईमानदारी और सादगी का प्रतिबिंब था। वो विलक्षण सांसद थे। उनकी विनम्रता,सौम्यता और बुद्धिमताउनके संसदीय जीवन की पहचान बनी।
मोदी ने आगे कहा कि मुझे याद है कि इस साल की शुरूआत में जब राज्यसभा में उनका कार्यकाल समाप्त हुआ था। तब मैंने कहा था कि सांसद के रूप उनकी निष्ठासबके लिए प्रेरणादायक है। सत्र के समय अहम मौकों पर वह व्हीलचेयर पर आते थे और अपना संसदीय दायित्व निभाते थे। दुनिया के प्रतितिष्ठित संस्थानों से शिक्षा लेने और सरकार के अनेक शीर्षपदों पर रहने के बावजूद, वह अपनी सामान्य पृष्ठभूमि के मूल्यों को कभी भी नहीं भूले।
यह भी पढ़े…
Political News : BJP प्रदेश अध्यक्ष खुद को क्यों मारने लगे कोड़े ? वीडियो हुआ वायरल
