Iran-israel War : नेतन्याहू बोले- मिशन पूरा होने तक हमला जारी रहेगा
इजरायल और ईरान के बीच दशकों पुरानी तनातनी अब खुली जंग में बदल गई है। इजरायल ने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर एक बड़े हमले को अंजाम दिया, जिसे उसने ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ नाम दिया है। यह हमला गुरुवार रात को हुआ और इसे इजरायल ने आत्मरक्षा के लिए आवश्यक बताया है। इस सैन्य कार्रवाई में ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारी, चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी, रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर हुसैन सलामी, और एक प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं। इस हमले ने पूरे मध्य पूर्व में हलचल पैदा कर दी है और एक नई क्षेत्रीय जंग की आशंका को हवा दी है।
Iran-israel War : जाने क्या हैं पूरी खबर ?
इजरायल का दावा है कि उसे ठोस खुफिया सूचना मिली थी कि ईरान परमाणु बम बनाने की अंतिम प्रक्रिया में है और उसके पास जल्द ही 15 से अधिक परमाणु बम बनाने लायक यूरेनियम मौजूद होगा। साथ ही, इजरायल ने आरोप लगाया कि ईरान उसका अस्तित्व मिटाने की योजना बना रहा है। इसी आशंका के तहत इजरायल ने पहले से योजना बनाकर ईरान के इस्फहान और नतांज जैसे परमाणु ठिकानों पर हवाई हमले किए, जहां यूरेनियम का बड़ा भंडार मौजूद है। इस हमले में कई अहम सैन्य कमांड सेंटर और बंकर भी नष्ट कर दिए गए हैं। इजरायली रक्षा प्रमुखों ने कहा कि यह ऑपरेशन सिर्फ एक शुरुआत है और जब तक मिशन पूरा नहीं होता, यह जारी रहेगा।
इजरायल की इस एकतरफा कार्रवाई के बाद दुनिया भर में राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं। अमेरिका ने तुरंत सफाई दी कि इस हमले में उसकी कोई भूमिका नहीं है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बयान दिया कि अमेरिका का ध्यान इस समय सिर्फ क्षेत्र में अपनी सेनाओं की सुरक्षा पर है और इजरायल ने यह हमला स्वतंत्र रूप से आत्मरक्षा के अधिकार के तहत किया है। दूसरी ओर, इजरायल ने अपने सभी सीमाओं पर अलर्ट जारी कर दिया है और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक ईरान के परमाणु खतरे को पूरी तरह समाप्त नहीं किया जाता। अब सवाल यह है कि क्या यह टकराव पूर्ण युद्ध में तब्दील होगा, या वैश्विक दबाव दोनों देशों को पीछे हटने को मजबूर करेगा?
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