Hapur Scam: खबर हापुड़ से आ रही है जहाँ पुलिस ने नगर कोतवाली क्षेत्र के कोठीगेट स्थित एक सर्राफ की दुकान में छापामार सर्राफ को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि सर्राफ ने महाराष्ट्र के सोलापुर क्षेत्र के करीब 14 लोगों को असली सोना बताकर नकली गहने बेचे थे। जहां केनरा बैंक की शाखा में गिरवी रखकर 14 लोन लिया था।
विस्तार में
Hapur Scam: ईओडब्ल्यू थाना के उपनिरीक्षक मोहन पंवार से मिली जानकारी के मुताबिक 14 जून 2024 को उनके थाने में केनरा बैंक की शाखा के प्रबंधक अमित कुमार ने मुकदमा दर्ज कराया था। प्रबंधक ने बताया था कि सोलापुर सिटी क्षेत्र के करीब 14 लोगों ने असली सोना बताकर नकली गहने बैंक में गिरवी रखकर करीब 80 लाख रुपये का लोन लिया। लोन देने वाले बैंक कर्मचारियों की जांच में गहने नकली मिले और मामले का पर्दाफाश हो गया।
नकली गहनों पर हॉलमार्क लगाकर बेचता था
Hapur Scam: बैंक अधिकारीयों ने लोगों से जानकारी ली तो पता चला की उन्होंने यूपी के हापुड़ के कोठी गेट मोहल्ला किशनपुरा के रहने वाले सर्राफ सचिन कश्यप से खरीदा था।उपनिरीक्षक मोहन पवार ने बताया कि आरोपी सर्राफ नकली गहनों पर हॉलमार्क लगाकर लोगों को बेचता था। जिसके चलते बैंक अधिकारी लोन देने से पहले गहनों की जाँच नहीं कर पाए थे।
पुलिस ने क्या कहा
Hapur Scam: नगर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मुनीश प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी सचिन कश्यप को महाराष्ट्र पुलिस न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर महाराष्ट्र लेकर लौट गई है।
Hapur Scam: नकली गहनों की पहचान कैसे कर सकते हैं ?
Hapur Scam: नकली गहनों की पहचान करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन कुछ खास संकेतों पर ध्यान देकर आप असली और नकली गहनों में फर्क कर सकते हैं:
1. भार: असली गहने अधिक भारी होते हैं क्योंकि सोना या चांदी जैसे धातु घन होते हैं। नकली गहने हलके होते हैं, खासकर अगर वे प्लास्टिक, एल्यूमिनियम या हल्के धातुओं से बने हों।
2. चमक और रंग: असली गहनों में प्राकृतिक चमक और गहरे रंग होते हैं, जबकि नकली गहने फीके, हल्के और जल्दी मटमैले हो सकते हैं।
3. हॉलमार्क: सोने और चांदी के गहनों में हॉलमार्क (जैसे 22K, 18K, 925) होना चाहिए, जो उनकी शुद्धता को प्रमाणित करता है। नकली गहनों में यह चिन्ह नहीं होता।
4. मैग्नेट टेस्ट: अगर गहना चुंबक से चिपक जाए, तो वह नकली है। असली सोना और चांदी चुंबक से आकर्षित नहीं होते हैं।
5. फिनिशिंग: असली गहनों की फिनिशिंग सटीक और बिना खामियों के होती है। नकली गहनों में अक्सर असमानता या पैटर्न की गड़बड़ी होती है।
6. पानी का परीक्षण: असली सोना पानी में डूबकर अपना वजन बनाए रखता है, जबकि नकली गहना तैर सकता है।
