Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र के थोरा गांव से एक दुखद घटना सामने आई है। यहां 40 वर्षीय महिला, सीमा की रेबीज के कारण मौत हो गई। चौंकाने वाली बात यह है कि महिला ने गाय का दूध पिया था, जो हाल ही में एक पागल कुत्ते द्वारा काटे जाने के बाद रेबीज से संक्रमित हो गई थी। यह गाय महिला के पड़ोसियों की थी। गांव के स्थानीय निवासियों के अनुसार, यह गाय दो महीने पहले एक बछड़े को जन्म दी थी। डेढ़ महीने पहले गाय में रेबीज के लक्षण दिखाई दिए थे, जिसके बाद पशु चिकित्सक ने गाय में रेबीज की पुष्टि की थी। इसके बाद गाय के मालिक के परिवार ने रेबीज का टीका लगवा लिया, लेकिन सीमा ने टीका नहीं लगवाया।
Greater Noida News : किसी भी अस्पताल ने रेबीज की जांच नहीं की
गांववासियों ने बताया कि सीमा को सोमवार रात को पानी और रोशनी से डर लगने लगा था और उसे उल्टी की शिकायत भी थी। इसके बाद परिवार ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन सीमा को सही इलाज के लिए कई अस्पतालों में भटकना पड़ा। पहले उसे सरकारी अस्पताल से जिला अस्पताल भेजा गया, फिर सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन किसी भी अस्पताल ने रेबीज की जांच नहीं की। अंत में, बसंतकुंज के एक अस्पताल ने रेबीज का सही इलाज कर उसे घर भेज दिया। गुरुवार को सीमा की मौत हो गई।
Greater Noida News : जेवर क्षेत्र में कुत्तों का आतंक
सीमा के परिवार में तीन बेटियां और एक बेटा हैं, जिनकी मां के इस अचानक निधन से वे पूरी तरह से टूट चुके हैं। घटना के बाद, गांव के 10 लोगों ने सावधानी के तौर पर रेबीज का टीका लगवाया है। थोरा गांव के निवासी त्रिलोक का कहना है, “जेवर क्षेत्र में कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। न केवल थोरा गांव, बल्कि आसपास के गांवों में भी कुत्तों के काटने से लोग घायल हो रहे हैं। उनका आरोप है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी रेबीज के इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हैं, जिससे लोगों की जान को खतरा बना हुआ है।”
गांव के अन्य निवासी दिनेश मास्टर ने बताया कि, “सीमा की मौत बहुत ही दुखद है। शासन और प्रशासन को इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए और गांवों में घूम रहे आवारा कुत्तों के नियंत्रण के लिए उचित कदम उठाने चाहिए, ताकि लोगों की जान को खतरा न हो।”
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