Ghaziabad Update: गाजियाबाद के वेव सिटी थानाक्षेत्र में नाथ संप्रदाय के साधुओं के साथ मारपीट से हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया।।
पंजाब से प्रयागराज महाकुंभ जा रहे थे
Ghaziabad Update: साधु खटकनाथ ने पुलिस को बताया कि हम महंत योगी अमरनाथ निवासी डेरा विचारनाथ लहरागागा जिला संगरूर पंजाब का रहने वाला हूं। हम पंजाब से प्रयागराज महाकुंभ में जा रहे थे। आज शुक्रवार को गाजियाबाद में वेव सिटी थाना क्षेत्र में महंत शंकरनाथ की समाधि के मंदिर शाहपुर बम्हेटा के साथ रुके। हमारे साथ गुरु शीलनाथ, योगी बांकनाथ, व योगी हरप्रीतनाथ तथा ड्राइवर दयानंद भी साथ थे। मंदिर के पास कॉलोनी में रहने वाले एसएन यादव जिन्होंने वकील बताया। अपने साथ अन्य लोगों के साथ आए। गाली गलौज करते हुए हमारे साथ मारपीट की। कानों के कुंडल भी खींच लिए जिससे कानों में भी छोट आई है।
मंदिर विश्राम करने की जगह है क्या
Ghaziabad Update: पीड़ित साधुओं ने पुलिस को बताया कि आरोपी एसएन यादव, उसके परिवार व अन्य लोगों ने गालियां दी। कहा कि तुम यहां क्यों आए हो। यहां मंदिर विश्राम करने की जगह है क्या। जिसके बाद मारपीट कर हमारा अपमान किया है। पीड़ित साधुओं ने पुलिस को बताया कि हमने कहा था कि हम मंदिर में विश्राम करने लगे हैं। विश्राम के बाद चले जाएंगे। जिसके बाद भी आरोपी लोग नहीं माने, उन्होंने मारपीट कर धमकी दी हैं। मंदिर परिसर में ही मारपीट की गई।
कौन होते हैं नाथ संप्रदाय के साधु ?
Ghaziabad Update: नाथ संप्रदाय भारतीय हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण और प्राचीन साधना पंथ है, जो मुख्य रूप से तंत्र, योग और सिद्धियों की प्राप्ति के माध्यम से आत्म-ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति पर बल देता है। नाथ संप्रदाय के साधु उन भक्तों को कहा जाता है, जो इस संप्रदाय के सिद्धांतों का पालन करते हैं और योग, ध्यान तथा साधना के माध्यम से दिव्य शक्तियाँ प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।
Ghaziabad Update: नाथ संप्रदाय के साधु अपने जीवन को तपस्या, संयम और साधना के माध्यम से सिद्ध करने की कोशिश करते हैं। वे भिक्षाटन करते हुए समाज में रहकर अपनी साधना करते हैं और दूसरों को भी योग, ध्यान और साधना के माध्यम से आत्म-साक्षात्कार की ओर मार्गदर्शन करते हैं। नाथ संप्रदाय के प्रमुख संतों में गुरु गोरक्षनाथ, बाबा रामदास, हठ योग के प्रवर्तक महर्षि पतंजलि, और अन्य कई प्रसिद्ध संत शामिल हैं।
Ghaziabad Update: नाथ साधु अक्सर व्रत, तप और योग की गहरी साधनाओं में लीन रहते हैं। उनके जीवन में अन्न, वस्त्र, और संसारिक मोह से दूर रहना और ईश्वर की उपासना करना मुख्य उद्देश्य होता है। वे अपनी साधना में विशेष रूप से हठ योग, कपालभाति, और प्राणायाम का अभ्यास करते हैं।
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