Ghaziabad News : शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर एवं श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए भारतीय सेना और राजनीतिक नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए उन्हें साधुवाद दिया है। उन्होंने कहा कि इस सर्जिकल कार्रवाई से पहलगाम हमले में मारे गए निर्दोष हिंदुओं के परिजनों के जख्मों पर मरहम लगेगा, लेकिन यह लड़ाई अभी पूरी नहीं हुई है यह एक लंबी और निर्णायक लड़ाई की शुरुआत है।
Ghaziabad News : लड़ाई जहरीली विचारधारा से
यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा कि भारत के राजनीतिक नेतृत्व को यह समझना होगा कि असली संघर्ष सिर्फ कुछ हथियार उठाए आतंकवादियों से नहीं है, बल्कि उस जहरीली विचारधारा से है जिसकी जड़ें पाकिस्तान से कहीं अधिक भारत के अंदर फैली हुई हैं। जब तक इस विचारधारा की जड़ों पर प्रहार नहीं किया जाएगा, तब तक स्थायी समाधान संभव नहीं है। यति नरसिंहानंद गिरी ने भारत सरकार से आह्वान किया कि वह इज़राइल की तरह निर्णायक और सख्त रुख अपनाए।
महामंडलेश्वर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब शांति के सभी मार्ग बंद हो जाते हैं, तब राष्ट्र को अपनी संपूर्ण शक्ति लगाकर शत्रु की जड़ों को समूल नष्ट करना ही पड़ता है। यही इज़राइल कर रहा है और यही हमें भी करना चाहिए। उन्होंने भारतीय सेना की वीरता को नमन करते हुए कहा कि सेना ने जिस संयम और सटीकता से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया, वह पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।
व्यंग्यात्मक अंदाज़ में उन्होंने कहा कि मानवता के शत्रु अगर 72 हूरों की कामना करते हैं, तो उन्हें भारतीय सेना का आभार मानना चाहिए, जिसने उन्हें उस रास्ते पर भेज दिया।
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