Ghaziabad News: साहिबाबाद का कड़कड़ मॉडल क्षेत्र, शहर की चकाचौंध से दूर, बुनियादी सुविधाओं के अभाव में जूझ रहा है। यहां की आबादी एक लाख से अधिक है, लेकिन वर्षों से न सड़कों की मरम्मत हुई है, न ही स्वच्छ जल और न ही स्वास्थ्य-सुविधाएं उपलब्ध हैं। पांच साल से टूटी हुई सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है, और जलापूर्ति केवल एक समय के लिए होती है, जिससे लोग पीने के पानी तक के लिए परेशान हैं। स्वस्थ वातावरण की कमी और मूलभूत सुविधाओं के अभाव ने इस क्षेत्र के निवासियों की जिंदगी को कठिन बना दिया है।
पिछले पांच वर्षों सड़क की हालत बेहद ख़राब
Ghaziabad News: कड़कड़ मॉडल क्षेत्र में सड़कें पिछले पांच वर्षों से जर्जर स्थिति में हैं। रेल फाटक 4सी, राधा कुंज रोड, बड़ा पार्क और रामलीला ग्राउंड तक जाने वाली सड़कों की हालत बेहद खराब है, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि नगर निगम को कई बार शिकायतें दी गईं और एक बार मरम्मत का कार्य भी शुरू हुआ, लेकिन वह अधूरा छोड़ दिया गया। कुछ स्थानों पर गड्ढों में केवल मिट्टी भर दी गई, जो बारिश में बह गई। इससे लोगों की समस्याएं और बढ़ गई हैं।स्थानीय निवासियों ने इन समस्याओं के समाधान के लिए कई बार प्रदर्शन किए हैं, लेकिन अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है। रविवार को भी कड़कड़ मॉडल के निवासियों ने प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जताई। इसके अलावा, क्षेत्र में अवैध कूड़ा घरों की समस्या भी बढ़ती जा रही है, जिससे लोगों को स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं हो रही हैं। नगर निगम की ओर से अभी तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
कचरा डंपिंग क्षेत्रों से उत्पन्न गंदगी और स्वास्थ्य जोखिम”
Ghaziabad News: रामलीला ग्राउंड और बड़ा पार्क के पास स्थित अवैध कूड़ा डंपिंग स्थल स्थानीय निवासियों के लिए एक गंभीर समस्या बन गए हैं। इन स्थलों से उठती दुर्गंध और मच्छरों की अधिकता के कारण बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।पिछले चार वर्षों में स्थानीय लोगों ने 20 से अधिक बार प्रदर्शन किए हैं और मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल तथा प्रधानमंत्री कार्यालय तक शिकायतें भेजी हैं, लेकिन कूड़ा हटाने की दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।स्थानीय निवासीयो का कहना है कि नगर निगम के कुछ कर्मचारियों ने ही इन क्षेत्रों में डंपिंग जोन बना दिए हैं, जिससे न केवल शहर की सुंदरता प्रभावित हुई है, बल्कि बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।
“शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई
Ghaziabad News: स्थानीय निवासीयो ने बताया कि उन्होंने नगर निगम, जल विभाग, क्षेत्रीय पार्षद, स्वास्थ्य निरीक्षक सहित कई जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन आज तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है। लोगों का कहना है कि विकास के नाम पर हमसे सिर्फ वादे किए गए, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। लोग अभी तक नगर आयुक्त कार्यालय, क्षेत्रीय जल निगम अभियंता, नगर निगम स्वास्थ्य निरीक्षक, मुख्यमंत्री पोर्टल, प्रधानमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर कई बार शिकायतें कर चुके हैं लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
