Ghaziabad News : गर्मी से बेहाल जनता, बिजली विभाग के खिलाफ फूटा गुस्सा
गाज़ियाबाद की इंद्रप्रस्थ और डिफेंस कॉलोनी में रातभर हुई बिजली कटौती से नाराज़ होकर स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लगातार हो रही बिजली की आवाजाही और गर्मी से बेहाल होकर लोगों ने विद्युत उपखंड कार्यालय पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। गुस्साए लोगों ने देखा कि जहां आम जनता पसीने में तर-बतर थी, वहीं उपखंड कार्यालय में एसी चल रहा था और बिजली सप्लाई भी सामान्य थी, लेकिन वहां कोई अधिकारी या कर्मचारी मौजूद नहीं था। इस पर लोगों ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया, जिससे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ खड़े हो गए।
Ghaziabad News : जानें क्या हैं पूरा मामला ?
इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में रात लगभग 10 बजे से बिजली की सप्लाई बाधित हो गई थी। दो घंटे तक कोई राहत नहीं मिलने पर करीब 12 बजे कॉलोनी के लोग विद्युत उपखंड कार्यालय पहुंचे। वहां पाया गया कि एसडीओ व जेई के कार्यालय में बिजली सामान्य थी और एसी चल रहा था, लेकिन कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं था। कुछ देर बाद एक कर्मचारी मिला, लेकिन उसने भी कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। लोगों का आरोप है कि वह कर्मचारी नशे की हालत में था। इससे नाराज़ होकर स्थानीय निवासी अमित ने मौके से वीडियो बनाकर व्हाट्सएप ग्रुप में साझा कर दिया। एक अन्य निवासी रोसी ने नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि “अधिकारियों ने गर्मी में मारने का प्लान बना लिया है, खुद एसी में सोते हैं और जनता को गर्मी में तड़पने के लिए छोड़ दिया है।” कॉलोनी में सुबह तक बिजली सप्लाई सामान्य नहीं हो सकी, जिससे लोगों का आक्रोश और बढ़ गया।
इसी तरह भोपुरा स्थित डिफेंस कॉलोनी के लोग भी पूरी रात बिजली कटौती से परेशान रहे। कॉलोनी में रात 9 बजे बिजली गुल हो गई थी और 11 बजे के बाद ही सप्लाई कुछ हद तक बहाल हो सकी। मगर बिजली का बार-बार आना-जाना लगा रहा, जिससे एक बजे के बाद दो फेज की सप्लाई पूरी तरह बाधित हो गई। कॉलोनी में लगे ट्रांसफॉर्मर के केबल में आग लगने की घटनाएं भी सामने आईं, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। यहां भी जब लोग देर रात बिजली उपकेंद्र पहुंचे तो कोई भी लाइनमैन या अधिकारी नहीं मिला। स्थानीय निवासी संजय ने बताया कि रोजाना बिजली की कटौती से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। एक अन्य निवासी संदीप कुमार ने बताया कि ट्रांसफार्मर कॉलोनी में लाकर रखा गया है, लेकिन अभी तक उसे इंस्टॉल नहीं किया गया, जिससे ओवरलोड की वजह से बिजली बार-बार ट्रिप हो रही है। मामले में उपखंड अधिकारी बृजमोहन ने कहा कि रात करीब 11:30 बजे वह कार्यालय से गए थे, जिसके बाद एबीसी केबल में स्पार्किंग के कारण आपूर्ति बाधित हुई थी और शटडाउन लेकर सप्लाई को बहाल किया गया।
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Ghaziabad News : इंदिरापुरम में विभागीय नियमों की हुई अनदेखी
गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र में अवैध निर्माण को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां आवास एवं विकास परिषद के अधिकारियों की तहरीर पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। इन सभी पर स्वीकृत मानचित्र के विरुद्ध भवन निर्माण कराने का आरोप है। अधिकारियों ने बताया कि यह निर्माण कार्य विभाग की अनुमति के विपरीत किया जा रहा था, जिससे नियोजन व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ रहा था। पहले विभाग ने इन निर्माणों को सील भी किया था, लेकिन इसके बावजूद निर्माण गतिविधियां जारी रहीं।
Ghaziabad News : जानें क्या हैं पूरा मामला ?
जानकारी के अनुसार, अवर अभियंता प्रभाकर झा ने सेक्टर पांच निवासी शुभलता के खिलाफ शिकायत दी थी, जिस पर पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। वहीं दूसरी शिकायत अवर अभियंता रामकृष्ण गुप्ता की ओर से दी गई, जिसमें सेक्टर तीन के निवासी अरुण प्रताप सिंह, मालिनी जैन और टिंकू चौधरी को आरोपी बनाया गया है। इन तीनों पर बिना अनुमति के निर्माण कार्य कराने और विभागीय नियमों की अवहेलना करने का आरोप है। शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि इन लोगों को पहले विभागीय नोटिस दिए गए थे, इसके बावजूद उन्होंने अवैध निर्माण कार्य नहीं रोका।
इंदिरापुरम के एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि सभी आरोपी स्वीकृत मानचित्र के विपरीत निर्माण कार्य करवा रहे थे। विभागीय टीम ने समय-समय पर मौके पर जाकर स्थिति का निरीक्षण किया था और निर्माण को सील करने की कार्रवाई भी की थी। एसीपी ने यह भी कहा कि फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले ने इंदिरापुरम क्षेत्र में अवैध निर्माण की बढ़ती प्रवृत्ति को उजागर कर दिया है, जिससे शहरी विकास और नियोजन व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
