Ghaziabad News : मेरठ की एंटी करप्शन यूनिट ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) के एक सुपरवाइजर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई मुरादनगर के रावली मार्ग स्थित चुंगी नंबर तीन के पास की गई। वहीं, मामले में संलिप्त जेई मौके से फरार हो गया। सुराना गांव निवासी सुरेंद्र कुमार यादव ने एंटी करप्शन विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी। सुरेंद्र ने बताया कि रावली रोड पर उनके 100 गज के प्लॉट पर निर्माण कार्य चल रहा था, जिसे 28 मई को GDA के जूनियर इंजीनियर (JE) अजीत कुमार और सुपरवाइजर राजकुमार ने रोक दिया। काम जारी रखने के लिए दोनों अधिकारियों ने ₹5 लाख की रिश्वत मांगी।
Ghaziabad News : मौके पर ही किया गिरफ्तार
शिकायत मिलते ही एंटी करप्शन यूनिट ने जाल बिछाया। सुरेंद्र यादव ने आरोपियों से बातचीत करते हुए उन्हें ₹2 लाख नकद देने की योजना बनाई। सोमवार दोपहर करीब तीन बजे, जब सुपरवाइजर राजकुमार ने कैमिकल लगे नोटों की गड्डी ली, तो टीम ने उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, इस दौरान JE अजीत कुमार मौके से फरार हो गया। इंस्पेक्टर दुर्गेश कुमार, मयंक अरोड़ा और अर्चना सिंह की टीम ने उसका पीछा किया लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। गिरफ्तारी के बाद रिश्वत की राशि को सील कर दिया गया है और मुरादनगर थाने में केस दर्ज किया गया है। फरार JE की तलाश जारी है। एंटी करप्शन विभाग ने इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी सफलता बताया है।
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