Ghaziabad News : नगर निगम ने कांटे कनेक्शन
गाजियाबाद विद्युत निगम द्वारा बीते दो महीने में राजस्व वसूली के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। इस दौरान करीब 50 हजार बकायेदारों के कनेक्शन काटे गए और सात हजार से अधिक घरों से मीटर उखाड़े गए। इसके बावजूद, निगम को अपेक्षित सफलता नहीं मिल रही है। अधिकारियों का कहना है कि केवल उन्हीं उपभोक्ताओं के कनेक्शन जोड़े जा रहे हैं, जो बकाया जमा कर रहे हैं। साथ ही, यदि कोई कर्मी अनधिकृत रूप से कनेक्शन जोड़ता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
Ghaziabad News : क्या हैं मामला ?
राजस्व वसूली बढ़ाने के लिए 15 दिसंबर से एकमुश्त समाधान योजना शुरू की गई थी, जिसकी अंतिम तिथि अब 28 फरवरी कर दी गई है। इसके बावजूद, केवल 27 प्रतिशत बकायेदारों ने ही इस योजना में पंजीकरण कराया है, जिससे कुल बकाया का मात्र 16 प्रतिशत राजस्व ही प्राप्त हो सका है। जिले के 2.19 लाख बकायेदारों पर 385 करोड़ रुपये का बकाया है, लेकिन कनेक्शन काटने और मीटर हटाने के बाद भी वसूली की स्थिति में कोई विशेष सुधार नहीं दिख रहा है। मुख्यालय से लगातार अधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है और लापरवाही बरतने पर अब तक छह अभियंताओं को निलंबित किया जा चुका है।
तीनों जोन में बकायेदारों की स्थिति अलग-अलग बनी हुई है। जोन-1 में 57,290 बकायेदारों पर 62 करोड़ रुपये बकाया है, जिनमें से 11,545 उपभोक्ताओं ने 8.38 करोड़ रुपये जमा किए हैं। जोन-2 में 1,55,922 बकायेदारों पर 348 करोड़ रुपये बकाया है, जिसमें से 63,000 उपभोक्ताओं ने 32 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। वहीं, जोन-3 में 89,080 बकायेदारों पर 62 करोड़ रुपये बकाया है, जहां 18,659 उपभोक्ताओं ने 12.94 करोड़ रुपये जमा किए हैं। इसके बावजूद, अभी भी बड़ी संख्या में बकायेदार भुगतान नहीं कर रहे हैं, जिससे विद्युत निगम के लिए राजस्व वसूली एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
