Ghaziabad News: उपजिलाधिकारी गाजियाबाद के ऑफिस नहीं आने से फरियादियों को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। उपजिलाअधिकारी के ऑफिस का हाल यह है कि यहां पिछले 8 माह से फाइल साहब के हस्ताक्षर की प्रतिक्षा में है, लेकिन साहब को ऑफिस आने की फुर्सत नहीं मिल रही। ऑफिस आने वाले फरियादी प्रतिदिन साहब के ऑफिस में चक्कर लगाकर निराश वापस चले जाते है।
Ghaziabad News: उपजिलाधिकारी ऑफिस में तैनात पेशकार मिंटू अपने कार्य को पूरा करने की कोशिश करता है। लेकिन साहब के हस्ताक्षर नहीं होने के चलते कार्य अधूरे रह जाते हैं। साहब के कार्यालय में पेंडिंग फाइलों का अंबार लगा हुआ है। प्रतिदिन लोग इस उम्मीद में ऑफिस आते है कि आज साहब ऑफिस में बैठेंगे और उनका काम हो जाएगा, लेकिन उनके ऑफिस में लटका ताला फरियादियों की उम्मीद को रोज तोड़ देता है।
Ghaziabad News: एसी में बैठे अधिकारी फरियादियों की मजबूरी नहीं समझ रहे है। 42 डिग्री टेंपरेचर में महिला और बुजुर्ग साहब के ऑफिस के चक्कर लगाकर निराश वापस लौट जाते है। सैकड़ों लोगों के कार्य साहब के नही आने से पेंडिंग रह जाते है। लोगों को निराशा और हतासा हाथ लगती है। बीजेपी सरकार में बहुत कम अधिकारी है जो अपने कार्य को प्रति लापरवाह है। जो लोगों की परेशानी को नहीं समझ रहे है।
