Farmers Protest : पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर से हरियाणा पुलिस ने बुलडोजर के जरिए बैरिकेडिंग हटानी शुरू कर दी है। जो किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए की गई थी। प्रशासन की ये कार्रवाई देख किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनैतिक) ने पंजाब सरकार पर केंद्र सरकार से मिलीभगत कर किसान आंदोलन को खत्म करने का आरोप लगाया है। जिसके बाद अब इन दोनों मोर्चों ने शंभू और खनौनी बॉर्डर से मोर्चों को हटाने और हजारों किसानों को गिरफ्तार करने के विरोध में आज देशभर में डिस्ट्रिक्ट कलेक्टरों के कार्यालयों पर धरने देने का ऐलान किया है।
Farmers Protest : बुलडोजर से हटाए गए टेंट
दरअसल, देर रात पंजाब की भगवंत मान सरकार ने शंभू और खनौनी बॉर्डर पर बुलडोजर कार्रवाई करते हुए किसानों के टेंट तहस नहस कर दिए। सारे बैरिकेड्ट तोड़ दी। सैंकड़ों किसान को वहां से हटा दिया। यहां तक की कुछ को तो हिरासत में भी लिया। मान सरकार की इस कार्रवाई से नाराज किसान संगठनों का कहना है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अचानक से बदल गए। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि हम भगवंत मान सरकार और मोदी सरकार की मिलीभगत या उसके आदेश पर किसानों के खिलाफ की गई कार्रवाई की निंदा करते हैं।
Farmers Protest : सरकार को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी
भगवंत मान सरकार और मोदी सरकार को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। आज हम किसानों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ हरियाणा और पंजाब में डिप्टी कमिश्नरों के दफ्तरों के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे। किसान नेताओं ने कहा है कि किसानों के वोट से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी। अब किसानों के ही वोट से आम आदमी पार्टी की सरकार गिरेगी।
