Buddha Purnima: ढ़मुक्तेश्वर के गंगानगरी ब्रजघाट में बुद्ध पूर्णिमा का पर्व धार्मिक उल्लास के साथ मनाया गया। आपको बता दें कि बैसाख माह की बुद्ध पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने बृजघाट गंगा तट पर स्नान कर भारतीय व सनातन संस्कृति के प्रति अपनी अटूट आस्था का परिचय दिया। सुबह 5 बजे से ही दिल्ली एनसीआर और आसपास के जनपदों से श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया। श्रद्धालुओं ने गंगा मैया की जयघोष के साथ स्नान किया और मन्नतें मांगी। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने गंगानगरी के प्राचीन मंदिरों में दर्शन किए।
श्रद्धालुओं ने धार्मिक परंपरा का निर्वहन करते हुए घाट किनारे बैठे जरूरतमंदों और गरीबों को कपड़े, फल और अन्य खाद्य सामग्री का दान किया।भारी भीड़ के कारण नेशनल हाईवे 9 पर ब्रजघाट के पास सुबह 5 बजे से 8 बजे तक यातायात प्रभावित रहा। गढ़ कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जाम की स्थिति को नियंत्रित किया।
बुद्ध पूर्णिमा का महत्व
Buddha Purnima: बुद्ध पूर्णिमा, जिसे बुद्ध जयंती या वैशाख पूर्णिमा भी कहा जाता है। बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है। यह दिन वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान गौतम बुद्ध का जन्म, ज्ञान की प्राप्ति और महापरिनिर्वाण हुआ था, इसलिए इसे ‘त्रैवेदिक’ पर्व भी कहा जाता है।
बुद्ध पूर्णिमा का दिन बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए आत्म-निरीक्षण, अहिंसा, करुणा और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा का प्रतीक है। यह दिन न केवल धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह समाज में शांति और सद्भावना की भावना को बढ़ावा देने का अवसर भी है।
