Auraiya News : उत्तर प्रदेश का औरैया जिले देर रात से सुर्खियों में बना हुआ है। वजह है शादी के 15वें दिन ही दुल्हन द्वारा अपने पति की हत्या कराना। पत्नी ने इस वारदात को अंजाम अपने प्रेमी के साथ मिलकर दिया है। जिसने 2 लाख की सुपारी देकर हत्या कराई। हैरानी की बात ये है कि प्रेमी के प्यार में पागल दुल्हन ने गहने बेचकर एक लाख रुपए किलर को एडवांस दिए थे। फिलहाल, पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा कर आरोपी पत्नी, उसके प्रेमी और सुपारी किलर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस जब पत्रकारों से बात करने के लिए मास्टरमाइंड दुल्हन को सामने लाई तो वह कभी साड़ी के पल्लू से मुंह छिपाती दिखी तो कभी मुंह नीचे करती।
Auraiya News : अब पढ़े पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिबियापुर के सेहुद मंदिर के पास रहने वाले दिलीप की 5 मार्च को फफूंद की रहने वाली प्रगति से शादी हुई। दिलीप की एसएस यादव क्रेन सर्विस के नाम से घर पर दुकान है। जो कन्नौज के उमर्द के पास शाह नगर में हाइड्रा लेकर काम करते थे। 19 मार्च को दिलीप काम से वापस लौट रहे थे। दोपहर लगभग डेढ़ बजे दिलीप ने बड़े भाई संदीप को घर आने की सूचना दी। सहार थाना क्षेत्र के पास एक होटल पर रुके दिलीप को कुछ बाइक सवार युवक मिले। उन्होंने खाई में फंसी कार को हाइड्रा से निकालने के बहाने दिलीप को अपने साथ ले गए। दिलीप होटल नहीं लौटा। होटल से लगभग सात किलोमीटर दूर पलिया गांव के पास ग्रामीणों को वह गंभीर हालत में मिला। अस्पताल ले जाया गया। जहां 2 दिन जिंदगी-मौत से जूझने के बाद 21 मार्च को दिलीप की मौत हो गई।
Auraiya News : पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या पता चला ?
पुलिस ने दिलीप के शव का पोस्टमॉर्टम कराया। उसके शरीर में 9 गंभीर चोट के निशान मिले, जो किसी धारदार हथियार के थे। सिर के पीछे 315 बोर के तमंचे से गोली मारी गई थी। पोस्टमॉर्टम करने पर 315 बोर की बुलेट निकली।
Auraiya News : पुलिस ने क्या बताया ?
SP अभिजीत आर शंकर ने जानकारी देते हुए बताया कि दुल्हन प्रगति की बहन पारुल की शादी मैनपुरी निवासी संदीप से हुईं थी। संदीप की दिबियापुर में क्रेन सर्विस की दुकान है। करोड़पति परिवार में शादी होने से पारुल काफी खुश थी। इसलिए परिजनों ने संदीप के भाई दिलीप से छोटी बेटी प्रगति की भी शादी तय कर दी। प्रगति और गांव के रहने वाले अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव के बीच 4 साल से अवैध संबंध थे। जब शादी तय होने की बात अनुराग को पता चली तो उसने विरोध किया। लेकिन प्रगति ने भरोसा दिया कि शादी के बाद दिलीप की हत्या कर देंगे। उसकी करोड़ों की संपत्ति अपने नाम हो जाएगी। फिर दोनों ऐश से रहेंगे। 5 मार्च को प्रगति और दिलीप की शादी हो गई। प्रगति अपने प्रेमी से मिल नहीं पा रही थी। इसलिए वह नाखुश थी। उसने दिलीप को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। अनुराग को भी राजी कर लिया। अनुराग ने अपने परिचित सुपारी किलर रामजी नागर से 2 लाख रुपए में सौदा किया। जिसमें प्रगति ने 1 लाख रुपए एडवांस दिए। बाकी पैसे बाद में देने का वादा किया था।
पुलिस की पूछताछ के बाद मामले का खुलासा हुआ और दिलीप की पत्नी प्रगति ही हत्या की मास्टरमाइंड निकली। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
